उत्तर प्रदेश समाचार: लखनऊ पुलिस की साइबर ठगों पर बड़ी कार्रवाई
लखनऊ साइबर क्राइम पुलिस ने डिजिटल निवेश और शेयर बाजार में मुनाफा कमाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोहों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने देशभर में फैले लगभग 1200 बैंक खातों को सीज कर दिया है, जिनका इस्तेमाल विभिन्न साइबर अपराध और ठगी के मामलों में किया गया था। इन खातों में मौजूद रकम को अब पीड़ितों को लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह कार्रवाई ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। लखनऊ पुलिस की इस सक्रियता से साइबर ठगों में हड़कंप मच गया है। निवेश सलाह देने के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी पर अब लगाम लगने की उम्मीद है। साइबर सुरक्षा को लेकर पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। ऑनलाइन ठगी के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस क्राइम कंट्रोल के लिए सख्त है। साइबर अपराधी अब पुलिस के निशाने पर हैं। डिजिटल इंडिया के दौर में ऑनलाइन सुरक्षा बेहद जरूरी है।
ठगी का नया तरीका: शेयर मार्केट और डिजिटल अरेस्ट
हाल के महीनों में साइबर सेल में दर्ज की गई शिकायतों से पता चला है कि ठग लोगों को शेयर मार्केट में निवेश पर बड़ा मुनाफा, डिजिटल अरेस्ट का डर, या फर्जी ऐप्स और प्लेटफॉर्म के जरिए निवेश का लालच देकर फंसा रहे थे। इस जाल में फंसकर लोग लाखों रुपये गंवा बैठे। पुलिस ने आईपी एड्रेस, बैंक विवरण, और ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड के आधार पर खातों की पहचान की और जांच के बाद इन पर कार्रवाई की गई। ऑनलाइन फ्रॉड के इस नए तरीके से लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। साइबर ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को धोखा दे रहे हैं। निवेश करने से पहले पूरी जानकारी हासिल करना जरूरी है। डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
म्यूल अकाउंट के जरिए होता था लेन-देन
जिन खातों को सीज किया गया है, उनमें से अधिकांश म्यूल अकाउंट (ऐसे खाते जिनका उपयोग असली अपराधियों द्वारा पैसे के लेनदेन के लिए किया जाता है) हैं। डीसीपी साइबर क्राइम कमलेश दीक्षित ने बताया कि पुलिस तकनीकी माध्यमों से इन खातों के असली संचालकों की जानकारी जुटा रही है। म्यूल अकाउंट का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए भी किया जाता है। साइबर अपराध की जांच में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है। लेन-देन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
बचे हुए पैसे की होगी रिकवरी
डीसीपी ने बताया कि सभी खातों को सीज कर दिया गया है और उनमें मौजूद रकम की रिकवरी प्रक्रिया शुरू की जा रही है। हमारा प्रयास है कि पीड़ितों को जल्द से जल्द उनका पैसा वापस दिलाया जा सके। रिकवरी प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए पुलिस प्रयासरत है। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पुलिस तत्पर है। ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार लोगों को जल्द राहत मिलेगी।
जनता से की गई सतर्कता की अपील: निवेश से पहले जांच जरूरी
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वह जल्दी पैसे कमाने के लालच में न आएं और किसी भी अंजान लिंक, कॉल या ऐप पर भरोसा न करें। किसी भी निवेश से पहले उसके स्रोत की विश्वसनीयता की जांच जरूर करें। निवेश से पहले सलाह लेना फायदेमंद हो सकता है। सतर्कता बरतने से धोखाधड़ी से बचा जा सकता है। ऑनलाइन सुरक्षा को गंभीरता से लेना चाहिए। साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूकता जरूरी है। डिजिटल लेनदेन करते समय सावधान रहें।
