आज का पंचांग: 16 अक्टूबर 2025 – जानिए शुभ मुहूर्त, राहुकाल और ग्रहों की स्थिति
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, 16 अक्टूबर 2025 का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि आज राहुकाल के साथ-साथ भद्रा भी रहेगी। इसके अतिरिक्त, अशुभ और हानिकारक ज्वालामुखी योग का भी निर्माण हो रहा है। शास्त्रों में बताया गया है कि जब-जब ज्वालामुखी योग बनता है, तब-तब कुछ राशियों पर इसका अशुभ प्रभाव पड़ता है। विशेष रूप से, व्यक्ति को अपनी मेहनत का फल नहीं मिलता है, बल्कि हर काम अधूरा रह जाता है। आइए, अब जानते हैं आज यानी 16 अक्टूबर 2025 के पंचांग के बारे में।
तिथि और दिशा शूल
आज सुबह 10 बजकर 35 मिनट तक कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि रहेगी, जिसके बाद अगले दिन की सुबह तक एकादशी तिथि रहने वाली है। इसके अतिरिक्त, भगवान विष्णु और गुरु ग्रह को समर्पित आज गुरुवार के दिन दिनभर दक्षिण दिशा शूल रहेगी। गुरुवार का व्रत रखने वाले लोग दिशा का ध्यान रखें।
नक्षत्र और करण
नक्षत्र की बात करें तो, इस समय अश्लेषा चल रहा है, जिसका समापन दोपहर 12:42 मिनट पर होगा। अश्लेषा नक्षत्र के बाद मघा नक्षत्र का आरंभ होगा, जो अगले दिन की सुबह तक रहेगा। इसके अतिरिक्त, इस वक्त विष्टि करण चल रहा है, जिसका समापन सुबह 10:36 मिनट पर होगा। आज जैसे ही विष्टि करण का समापन होगा, वैसे ही बव करण का आरंभ हो जाएगा, जो देर रात 10:50 मिनट तक रहेगा। वहीं, दिन के अंत में बालव करण रहने वाला है।
संवत और चंद्रमास
आज विक्रम संवत 2082 है और चंद्रमास कार्तिक कृष्ण पक्ष चल रहा है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह समय धार्मिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है।
सूर्योदय, चंद्रास्त, सूर्यास्त और चंद्रोदय
- सूर्योदय: सुबह 06:37
- चंद्रास्त: दोपहर 03:19
- सूर्यास्त: शाम 06:13
- चन्द्रोदय: सुबह 02:53 (17 अक्टूबर)
आज के शुभ-अशुभ योग
आज सुबह 2 बजकर 10 मिनट तक शुभ योग था, जिसके बाद अब शुक्ल योग रहने वाला है। बता दें कि शुक्ल योग कल सुबह तक रहेगा। इसके अतिरिक्त, सुबह 06:37 मिनट से लेकर सुबह 10:35 मिनट तक ज्वालामुखी योग रहेगा। शुभ योग और अशुभ योग का प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग पड़ता है।
आज का शुभ समय
आज का अभिजीत मुहूर्त और अमृत काल जानने के लिए, स्थानीय पंचांग देखें। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफल होते हैं।
आज का अशुभ समय
आज का राहुकाल दोपहर 01:30 बजे से 03:00 बजे तक रहेगा। राहुकाल में कोई भी नया या महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से बचना चाहिए।
नवग्रहों की स्थिति
- राहु ग्रह कुंभ राशि में रहेंगे।
- केतु ग्रह सिंह राशि में रहेंगे।
- शनि ग्रह मीन राशि में रहेंगे।
- देवगुरु बृहस्पति ग्रह मिथुन राशि में रहेंगे।
- सूर्य देव और शुक्र देव कन्या राशि में रहेंगे।
- मंगल देव और बुध देव तुला राशि में रहेंगे।
- चंद्र देव कर्क राशि और सिंह राशि में संचार करेंगे।
