तुलसी विवाह और देवउठनी एकादशी: 2 नवंबर 2025 का पंचांग, व्रत पारण का शुभ मुहूर्त! – Nepal Updates | Stock Exchange

आज का पंचांग 2 नवंबर 2025: शुभ मुहूर्त, तिथि और राशिफल

हर साल देवउठनी एकादशी के अगले दिन तुलसी विवाह किया जाता है, जिसके साथ ही मांगलिक कार्यक्रम का आरंभ हो जाता है। इस बार 1 नवंबर 2025 को देवउठनी एकादशी का व्रत रखा गया, जिसके उपवास का पारण आज 2 नवंबर को होगा। साथ ही आज तुलसी विवाह भी किया जाएगा। आइए अब जानते हैं आज 2 नवंबर 2025 के पंचांग के बारे में।

तिथि और दिशा शूल

आज सुबह 7 बजकर 31 मिनट तक कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि रहेगी, जिसके बाद कल सुबह तक द्वादशी तिथि रहने वाली है। इसके अलावा सूर्य देव को समर्पित रविवार के दिन आज दिशा शूल पश्चिम रहेगी। किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।

संवत और चंद्रमास

आज का संवत और चंद्रमास क्या है, इसकी जानकारी के लिए ज्योतिष की सलाह लें। हिन्दू पंचांग में इनका विशेष महत्व होता है।

सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय और चंद्रास्त

  • सूर्योदय– सुबह 07:14
  • सूर्यास्त– दोपहर 03:51
  • चन्द्रोदय– दोपहर 02:52
  • चन्द्रास्त– सुबह 03:51, 3 नवंबर

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय दिनचर्या और पूजा-पाठ के लिए महत्वपूर्ण है। चन्द्रोदय और चन्द्रास्त के समय का भी अपना महत्व है।

नवग्रहों की स्थिति

  • तुला राशि– सूर्य ग्रह
  • मीन राशि– शनि ग्रह
  • सिंह राशि– केतु ग्रह
  • कुंभ राशि– राहु ग्रह
  • कर्क राशि– देवगुरु बृहस्पति ग्रह
  • वृश्चिक राशि– मंगल ग्रह और बुध ग्रह
  • कुंभ राशि और मीन राशि- चंद्र ग्रह (संचार)
  • कन्या राशि और तुला राशि- शुक्र ग्रह (संचार)

नवग्रहों की स्थिति का राशिफल पर गहरा प्रभाव पड़ता है। अपनी राशि के अनुसार ग्रहों की स्थिति जानकर आप उपाय कर सकते हैं। ग्रहों की चाल आपके जीवन में कई बदलाव लाती है।

नक्षत्र और करण

आज प्रात: काल से लेकर शाम 5 बजकर 3 मिनट तक पूर्वभाद्रपदा नक्षत्र रहेगा, जिसके बाद उत्तरभाद्रपदा नक्षत्र का आरंभ होगा जो कि कल सुबह तक रहेगा। इसके अलावा आज सुबह 07:32 मिनट तक विष्टि करण रहेगा, जिसके बाद शाम 06:25 मिनट तक बव करण रहेगा। आज जैसे ही बव करण खत्म होगा, वैसे ही बालव करण का आरंभ हो जाएगा जो कल सुबह तक रहेगा। नक्षत्र और करण का शुभ-अशुभ कार्यों पर प्रभाव पड़ता है।

आज के शुभ-अशुभ योग

इस समय व्याघात योग चल रहा है, जो देर रात 11:10 मिनट तक रहेगा। व्याघात योग के समाप्त होने के बाद हर्षण योग का आरंभ होगा, जो कल सुबह तक रहेगा। इसके अलावा सुबह 07:14 मिनट से दोपहर 12:33 मिनट तक त्रिपुष्कर योग रहेगा। वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग और विडाल योग दोपहर 12:33 से लेकर कल सुबह 07:17 मिनट तक रहने वाला है। शुभ योग में किए गए कार्य सफल होते हैं, जबकि अशुभ योग में कार्यों से बचना चाहिए। आज का योग जानकर अपने कार्यों की योजना बनाएं।

आज का शुभ समय

आज का शुभ समय जानने के लिए पंचांग देखें और शुभ मुहूर्त में ही अपने कार्य करें। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफल होते हैं और उनसे सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। आज का राशिफल भी देखें।

आज का अशुभ समय

आज का अशुभ समय जानने के लिए पंचांग देखें और अशुभ मुहूर्त में कोई भी नया कार्य शुरू न करें। अशुभ समय में किए गए कार्यों में असफलता मिलने की संभावना रहती है। राहुकाल और गुलिक काल जैसे अशुभ समयों से बचें।

देवउठनी एकादशी व्रत के पारण का समय

आज देवउठनी एकादशी व्रत का पारण यानी उपवास को खोलना दोपहर 01:11 से लेकर दोपहर 03:23 मिनट के बीच शुभ रहेगा। व्रत का पारण सही समय पर करना महत्वपूर्ण है। एकादशी व्रत का पारण विधि-विधान से करें।

यह आज का पंचांग है, जिसके अनुसार आप अपने शुभ-अशुभ कार्य कर सकते हैं। शुभ मुहूर्त और राहुकाल का विशेष ध्यान रखें।

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