लाल सागर में इंटरनेट केबल टूटने से भारत, पाकिस्तान और यूएई में इंटरनेट की गति धीमी! 📡
नमस्कार दोस्तों! आज हम एक गंभीर इंटरनेट समस्या के बारे में बात करेंगे, जिसने भारत सहित कई एशियाई और मध्य पूर्वी देशों में इंटरनेट सेवाओं को प्रभावित किया है। यह इंटरनेट आउटेज Red Sea (लाल सागर) में समुद्र के नीचे बिछी इंटरनेट केबल्स के टूटने के कारण हुआ है।
हालिया समाचार के अनुसार, लाल सागर में कई अंडरसी केबल्स क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे इंटरनेट कनेक्टिविटी में भारी बाधा आई है। इस घटना से भारत और पाकिस्तान जैसे देशों में इंटरनेट स्पीड और नेटवर्क परफॉरमेंस प्रभावित हुई है। सोशल मीडिया पर भी लोग इंटरनेट धीमा चलने की शिकायत कर रहे हैं।
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इंटरनेट केबल टूटने के कारण:
यह घटना किन कारणों से हुई, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इंटरनेट केबल्स जहाजों के लंगर या जानबूझकर किए गए हमलों से प्रभावित हो सकते हैं। इस क्षेत्र में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव को देखते हुए, तोड़फोड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। Cyberattacks भी एक संभावित कारण हो सकता है।
प्रभावित देश:
इस इंटरनेट गड़बड़ी का सबसे अधिक असर भारत, पाकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और अन्य मध्य पूर्वी देशों पर पड़ा है। इन देशों में इंटरनेट एक्सेस प्रभावित हुआ है, जिससे ऑनलाइन काम, शिक्षा और संचार में कठिनाइयां आ रही हैं।
प्रभावित केबल्स:
यह समस्या Tata Communications द्वारा संचालित SMW4 (South East Asia-Middle East-Western Europe 4) और Alcatel-Lucent द्वारा संचालित IMEWE (India-Middle East-Western Europe) केबल सिस्टम के टूटने के कारण हुई है। ये केबल्स सऊदी अरब के जेद्दा के पास क्षतिग्रस्त हुए हैं।
मरम्मत में लगने वाला समय:
समुद्री केबल्स की मरम्मत एक जटिल प्रक्रिया है। इसमें विशेष जहाजों और तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इन केबल्स की मरम्मत में कई सप्ताह लग सकते हैं।
कंपनियों की प्रतिक्रिया:
इस मामले में Tata Communications और Alcatel-Lucent ने अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशंस कंपनी लिमिटेड (PTCL) ने इन कट्स की पुष्टि की है।
हुतियों का इनकार:
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब यमन के हूती विद्रोही इजरायल-हमास युद्ध से जुड़े हमले लाल सागर में लगातार कर रहे हैं। हालांकि, हूतियों ने इस घटना की जिम्मेदारी से इनकार किया है।
निष्कर्ष:
लाल सागर में इंटरनेट केबल्स के टूटने से वैश्विक इंटरनेट ढांचे पर पड़ने वाले प्रभाव को उजागर करता है। यह घटना इंटरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर की सुभेद्यता को भी दर्शाती है। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही इंटरनेट सेवाओं को बहाली मिल जाएगी और हम सभी बिना किसी बाधा के इंटरनेट का उपयोग कर पाएंगे। इंटरनेट कनेक्टिविटी पर नवीनतम अपडेट के लिए बने रहें।
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