आज का पंचांग 12 अक्टूबर 2025: जानिए शुभ-अशुभ मुहूर्त और भद्रा काल
ज्योतिष शास्त्र में भद्रा काल को बेहद अशुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दौरान किए गए कार्यों में सफलता नहीं मिलती है, बल्कि दुर्घटना होने की संभावना ज्यादा रहती है। भद्रा सूर्य देव की पुत्री हैं। ऐसे में सूर्य देव को समर्पित रविवार के दिन लंबे समय तक भद्रा काल का रहना कई लोगों के लिए अच्छा नहीं रहेगा। आइए अब जानते हैं भद्रा काल के सही समय और 12 अक्टूबर 2025 के पंचांग के बारे में।
तिथि और दिशा शूल
आज दोपहर 2 बजकर 17 मिनट तक कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि रहेगी, जिसके बाद अगले दिन की सुबह तक सप्तमी तिथि रहने वाली है। इसके अलावा दिनभर पश्चिम दिशा शूल रहेगी।
संवत और चंद्रमास
आज का संवत और चंद्रमास जानने के लिए पंचांग देखें। पंचांग में सभी महत्वपूर्ण तिथियों और त्योहारों का विवरण होता है।
नक्षत्र और करण
करण की बात करें तो इस वक्त मृगशीर्ष चल रहा है, जो दोपहर 1 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। जैसे ही आज दोपहर में मृगशीर्ष नक्षत्र का समापन हो जाएगा, वैसे ही आद्रा नक्षत्र का आरंभ होगा। बता दें कि आद्रा नक्षत्र आज देर रात तक रहने वाला है। इसके अलावा आज प्रात: काल से लेकर षष्ठी तिथि तक वणिज करण रहेगा। वणिज करण के समाप्त होते ही विष्टि करण का आरंभ हो जाएगा, जो अगले दिन की सुबह तक रहेगा।
सूर्योदय, चंद्रास्त, सूर्यास्त और चंद्रोदय
- सूर्योदय– सुबह 06:35
- चन्द्रास्त– दोपहर 12:09
- सूर्यास्त– शाम 06:17
- चन्द्रोदय– रात 10:49
आज का शुभ समय
शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफल होते हैं। आज के शुभ मुहूर्त की जानकारी के लिए पंचांग देखें।
आज का अशुभ समय
अशुभ मुहूर्त में कोई भी महत्वपूर्ण कार्य करने से बचना चाहिए। आज के अशुभ मुहूर्त की जानकारी के लिए पंचांग देखें।
नवग्रहों की स्थिति
- कुंभ राशि में आज अकेले राहु ग्रह रहेंगे।
- केतु ग्रह आज सिंह राशि में रहेंगे।
- देवगुरु बृहस्पति ग्रह आज मिथुन राशि में संचार करेंगे।
- मंगल देव आज युति स्थिति में तुला राशि में बुध देव के साथ रहेंगे।
- चंद्र देव आज वृषभ राशि और मिथुन राशि में संचार करेंगे।
- शनि ग्रह आज दिनभर मीन राशि में संचार करने वाले हैं।
- कन्या राशि में सूर्य देव अकेले नहीं रहेंगे, उनके साथ आज शुक्र देव युति स्थिति में रहेंगे।
यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। अपनी व्यक्तिगत परिस्थिति के अनुसार किसी विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें। ज्योतिष, पंचांग, राशिफल, ग्रह, नक्षत्र, शुभ मुहूर्त, अशुभ मुहूर्त, भद्रा काल, दिशा शूल, और तिथि से जुड़ी और अधिक जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहें।
