Microsoft का H-1B और H-4 वीज़ा धारकों के लिए बड़ा ऐलान! H-1B Visa पर नए US Visa Rules का असर!
नमस्ते दोस्तों! आज हम एक महत्वपूर्ण खबर पर चर्चा करेंगे जिसका सीधा असर भारतीयों और खासकर टेक्नोलॉजी क्षेत्र में काम करने वाले लोगों पर पड़ रहा है। Microsoft ने अपने H-1B Visa और H-4 Visa धारक कर्मचारियों को अमेरिका लौटने की सलाह दी है। यह कदम अमेरिकी प्रशासन द्वारा H-1B Visa Fees में की गई भारी वृद्धि के बाद आया है।
H-1B Visa Fees में हुई यह बढ़ोतरी एक Executive Order का हिस्सा है जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जारी किया है। इस नए आदेश के तहत, अब कंपनियों को प्रत्येक H-1B Visa के लिए सालाना $100,000 (लगभग 75 लाख रुपये) का भुगतान करना होगा। यह US Visa Policy में एक बड़ा बदलाव है और इसका सीधा असर भारतीय IT professionals पर पड़ेगा।
Microsoft ने अपने कर्मचारियों को ईमेल के माध्यम से सलाह दी है कि वे United States में ही रहें और H-1B Visa और H-4 Visa धारक जो अभी अमेरिका में नहीं हैं, उन्हें जल्द से जल्द अमेरिका लौटने की सलाह दी गई है।
तकनीकी क्षेत्र के लिए बड़ा झटका: Impact of New Visa Rules
यह कदम तकनीकी क्षेत्र के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि यह क्षेत्र मुख्य रूप से भारत और चीन जैसे देशों से skilled workers पर निर्भर करता है। H-1B Visa एक गैर-आप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विशिष्ट व्यवसायों में foreign workers को नियुक्त करने की अनुमति देता है, जिन्हें सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि अमेरिकी कंपनियों को अमेरिकी नागरिकों को ही रोजगार देना चाहिए। इसका मतलब है कि US Companies अब foreign talent की बजाय American talent पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
फीस में बढ़ोत्तरी और इसका प्रभाव: H-1B Visa Application
इस नए शुल्क के लागू होने से, कंपनियों को H-1B आवेदकों को प्रायोजित करने के लिए अब अधिक भुगतान करना होगा। यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि केवल highly skilled workers ही अमेरिका आएं, और उनकी जगह अमेरिकी कर्मचारियों को नौकरी से न निकाला जाए।
भारत पर असर: Indians with H-1B Visa
भारत H-1B Visa का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष भारत को कुल approved H-1B Visas में 71% हिस्सेदारी मिली। इसका मतलब है कि Indian IT Professionals पर इस बदलाव का सबसे बड़ा असर पड़ेगा।
उदाहरण के लिए, Amazon और Microsoft जैसी बड़ी कंपनियों ने 2025 की पहली छमाही में हजारों H-1B Visas प्राप्त किए। अब इन कंपनियों को US Visa Requirements के तहत अधिक Visa Fees का भुगतान करना होगा, जिससे उनकी operating costs बढ़ सकती हैं।
भविष्य की राह: US Visa Updates
यह US Visa में एक बड़ा बदलाव है, और इसका असर आने वाले समय में देखा जाएगा। Indian tech workers को अब US Visa के लिए अधिक खर्च करना पड़ सकता है या उन्हें US job market में प्रतिस्पर्धा करने में कठिनाई हो सकती है। US Immigration नीतियों में हुए इन बदलावों का असर Indian companies पर भी पड़ेगा, क्योंकि उन्हें US market में काम करने वाले अपने कर्मचारियों पर ध्यान देना होगा।
हम आपको इस विषय पर नवीनतम अपडेट देते रहेंगे। बने रहें!
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