जापान की राजनीति में भूचाल: शिगेरू इशिबा का इस्तीफा और अगला प्रधानमंत्री कौन?
जापान की राजनीति में एक बड़ा भूचाल आ गया है! शिगेरू इशिबा, जो जापान के प्रधानमंत्री थे, ने हाल ही में इस्तीफा दे दिया है। लगातार दो चुनावों में मिली हार और अपनी ही पार्टी, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) के भीतर बढ़ते असंतोष के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। यह फैसला न केवल जापान की राजनीति में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय संबंध और वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जापान का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?
इशिबा का कार्यकाल शुरू से ही चुनौतियों से भरा रहा। उन्होंने पार्टी के भीतर विरोध का सामना किया और दो बार राष्ट्रीय चुनावों में हार का मुंह देखा। चुनावों में हार ने उनके नेतृत्व पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। शुक्रवार को उनके इस्तीफे के ऐलान ने पूरे देश में हलचल मचा दी। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि LDP का अगला चेहरा कौन होगा और क्या वह जापान की नीतियों में स्थिरता ला पाएगा?
इशिबा के नेतृत्व में LDP-गठबंधन ने लगातार दो चुनावों में हार झेली, जिससे संसद के दोनों सदनों में उसका बहुमत खत्म हो गया। यही उनके इस्तीफे की सबसे बड़ी वजह बनी। पार्टी सोमवार को नेतृत्व चुनाव कराने वाली थी, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि पार्टी के भीतर इशिबा पर भरोसा तेजी से घट रहा था, जिसके कारण उन्होंने यह इस्तीफा दिया।
बाजार और नीतिगत अनिश्चितता
इशिबा के इस्तीफे ने न सिर्फ राजनीतिक बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी चिंता बढ़ा दी है। जापानी शेयर बाजार सोमवार को खुलते ही उतार-चढ़ाव का सामना कर सकता है, क्योंकि निवेशकों को अब स्पष्ट आर्थिक नीतियों और स्थिरता की उम्मीद नहीं है। विश्लेषकों का कहना है कि जब तक नया प्रधानमंत्री नहीं चुना जाता और उसकी प्राथमिकताएं सामने नहीं आतीं, तब तक बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी। Global economy भी इस घटनाक्रम पर नजर रख रही है।
कौन संभालेगा बागडोर?
LDP का अगला नेता चुनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पार्टी के नियमों के अनुसार, उम्मीदवार बनने के लिए किसी भी नेता को कम से कम 20 सांसदों का समर्थन जुटाना होगा। संभावित दावेदारों में साने ताकाइची, पूर्व आंतरिक मामलों की मंत्री, का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। वह पहले भी इशिबा के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी हैं और आर्थिक प्रोत्साहन योजनाओं की पक्षधर हैं। Potential candidates इस दौड़ में शामिल हैं।
इसके अलावा, शिंजिरो कोइज़ुमी, मौजूदा कृषि मंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री जुनिचिरो कोइज़ुमी के बेटे, एक युवा चेहरे के रूप में पार्टी को नई ऊर्जा दे सकते हैं। वहीं, ताकायुकी कोबायाशी, पूर्व आर्थिक सुरक्षा मंत्री, पार्टी के दक्षिणपंथी धड़े का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके साथ ही योशिमासा हयाशी, मौजूदा मुख्य कैबिनेट सचिव, और कात्सुनोबु काटो, वित्त मंत्री, भी दावेदारी पेश कर सकते हैं। Political landscape में बदलाव देखने को मिल सकता है। Japan’s future इन उम्मीदवारों पर निर्भर करता है।
क्या है आगे का रास्ता?
हालांकि LDP के पास अब संसद के दोनों सदनों में बहुमत नहीं है, लेकिन निचले सदन में वह सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है। ऐसे में पार्टी का नया नेता ही जापान का अगला प्रधानमंत्री बनने की सबसे बड़ी संभावना रखता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि नए प्रधानमंत्री की नीतियां न केवल पार्टी की दिशा तय करेंगी बल्कि जापान की आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता के लिए भी निर्णायक साबित होंगी। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा चेहरा इशिबा की जगह लेता है और देश की बागडोर संभालता है। Japanese politics में आगे क्या होता है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। Government policies में बदलाव आने की संभावना है।