नेपाल में हिंसा और राजनीतिक उथल-पुथल: भारत ने काठमांडू में फंसे भारतीय यात्रियों को वापस लाने के लिए शुरू किया ऑपरेशन!
नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करेंगे नेपाल में हाल ही में हुई हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता के बारे में, और भारत सरकार द्वारा किए गए त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन की। नेपाल में पिछले कुछ दिनों में राजनीतिक संकट गहरा गया था, जिससे त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Tribhuvan International Airport) बंद हो गया और हजारों यात्री फंस गए, जिनमें बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक भी शामिल थे।
नेपाल में हिंसा की शुरुआत पिछले दो दशकों की सबसे बड़ी अशांति से हुई, जिसके परिणामस्वरूप संसद भवन में आग लग गई और प्रधानमंत्री को सत्ता से हाथ धोना पड़ा। इस अराजकता के बीच, काठमांडू एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया, जिससे सैकड़ों भारतीय यात्री फंस गए।
लेकिन भारत सरकार ने इस स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। काठमांडू में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए तत्काल उड़ानें शुरू करने का फैसला किया गया। एयर इंडिया और इंडिगो जैसी एयरलाइंस ने फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए बुधवार रात से ही उड़ानें शुरू कर दीं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) ने एयर इंडिया और इंडिगो के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें यात्रियों को निकालने की योजना पर चर्चा की गई। बैठक के बाद, यह तय किया गया कि एयर इंडिया की पहली उड़ान दिल्ली से काठमांडू के लिए उसी रात रवाना होगी। फ्लाइट 221 रात 8:30 बजे दिल्ली से रवाना हुई और रात 10:20 बजे काठमांडू में उतरी। यह कदम बहुत ज़रूरी था क्योंकि कई यात्री मंगलवार रात से ही एयरपोर्ट पर फंसे हुए थे।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि मंत्रालय यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि एयर इंडिया और इंडिगो के साथ मिलकर अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था की गई है, जो बुधवार रात से शुरू हो गईं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एयरलाइंस को किराया उचित रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि लोगों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े। इस तरह, सरकार ने सुनिश्चित किया कि एयर टिकट की कीमत affordable रहे।
इसके अतिरिक्त, कुछ भारतीय राज्य भी चार्टर फ्लाइट भेजने की तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि कई यात्री गुजरात और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों से थे। राज्य सरकारें भी यात्रियों को निकालने के लिए सक्रिय हैं और केंद्र सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं।
एयर इंडिया ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी दी कि वह बुधवार और गुरुवार को विशेष उड़ानें दिल्ली से काठमांडू और वापस संचालित करेगी। कंपनी ने यात्रियों से अपील की है कि वे एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति एयर इंडिया की वेबसाइट या कॉल सेंटर से जांच लें। यात्रियों की सहायता के लिए 24×7 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
यह दिखाता है कि कैसे भारत सरकार ने विदेशी धरती पर संकट में फंसे अपने नागरिकों की मदद के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाए। यह ऑपरेशन भारत-नेपाल संबंधों को और मजबूत करता है और दिखाता है कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहता है। यह पूरी स्थिति crisis management का एक बेहतरीन उदाहरण है!
इस मुश्किल घड़ी में, भारत सरकार की त्वरित कार्रवाई और एयरलाइंस का सहयोग सराहनीय है। हम उम्मीद करते हैं कि सभी फंसे हुए भारतीय नागरिक जल्द ही अपने घरों को सुरक्षित लौट आएंगे।