बिहार चुनाव 2025: लौकहा विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास और भविष्य!
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में, हर किसी की नज़र राज्य की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों पर टिकी हुई है। आज हम बात करेंगे लौकहा विधानसभा सीट की, जो मधुबनी जिले में स्थित है और नेपाल की सीमा से सटी हुई है। यह सीट राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। 2020 के चुनाव में यहां से राजद के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार क्या होगा? आइए जानते हैं इस सीट का पूरा चुनावी इतिहास।
2020 विधानसभा चुनाव: किसने मारी बाज़ी?
2020 के विधानसभा चुनाव में लौकहा सीट पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भारत भूषण मंडल ने शानदार जीत हासिल की थी। उन्हें कुल 77,759 वोट मिले थे। उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) के लक्ष्मेश्वर रे को 9,471 वोटों से हराया था। लक्ष्मेश्वर रे को 68,288 वोट मिले थे। वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमोद कुमार 30,393 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। इस चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिली थी, और आखिर में राजद ने बाज़ी मार ली थी। बिहार चुनाव 2025 में क्या परिणाम होंगे ये देखने वाली बात होगी। लौकहा विधानसभा क्षेत्र में इस बार किस पार्टी का पलड़ा भारी रहेगा? राजनीतिक विश्लेषक अभी से अनुमान लगाने में जुटे हैं।
जदयू का दबदबा: क्या कायम रहेगा?
लौकहा में 2020 के विधानसभा चुनाव में कुल 3,41,847 रजिस्टर्ड वोटर्स थे, जो बाद में लोकसभा चुनाव तक बढ़कर 3,50,137 हो गए। अगर इस सीट के इतिहास पर नज़र डालें तो 2005 से 2015 तक जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) ने लगातार तीन बार जीत दर्ज की थी। इससे पहले इस सीट पर अलग-अलग पार्टियों का दबदबा रहा है। लेकिन 2020 में जदयू को हार का सामना करना पड़ा। अब बिहार चुनाव 2025 में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जदयू एक बार फिर इस सीट पर अपना दबदबा कायम कर पाती है या नहीं। लौकहा की जनता किसके साथ है? क्या वे बदलाव चाहते हैं, या पुराने चेहरों पर ही भरोसा करेंगे? बिहार की राजनीति में यह एक अहम सवाल है। चुनाव आयोग भी निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। राजनीतिक पार्टियां भी जनता को लुभाने के लिए तरह-तरह के वादे कर रही हैं।
