बिहार चुनाव में सीट बंटवारे पर घमासान: आरजेडी ने प्रत्याशियों को दिए सिंबल वापस लिए!
बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सीट बंटवारे को लेकर राजनीतिक दलों में घमासान मचा हुआ है। INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर नए विवाद सामने आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, गठबंधन में चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए INDIA के नेता दिल्ली पहुंचे थे। यहां उनकी कांग्रेस के नेताओं से सीधी मुलाकात तो नहीं हो पाई, लेकिन तेजस्वी यादव ने कांग्रेस के नेताओं से फोन पर बात की। इसके बाद उन्होंने दावा किया कि गठबंधन में सब कुछ ठीक है।
वहीं, लालू प्रसाद यादव भी दिल्ली आए थे। देर शाम वे पटना वापस लौट गए। वापसी से पहले उन्होंने कई नेताओं को पार्टी सिंबल भी दे दिए। इस घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति में खलबली मचा दी।
हालांकि, ताजा खबर यह है कि पार्टी सिंबल दिए जाने के कुछ घंटे बाद ही उन्हें वापस ले लिया गया। सूत्रों के अनुसार, शाम को लगभग 14 नेताओं को पार्टी सिंबल दिए गए थे, लेकिन देर रात उन्हें वापस ले लिया गया। माना जा रहा है कि सीट शेयरिंग से पहले पार्टी सिंबल दिए जाने से गठबंधन में नाराजगी फैल गई थी, जिसके कारण यह फैसला लिया गया। यह घटनाक्रम बिहार चुनाव 2025 के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इससे गठबंधन की एकता पर असर पड़ सकता है।
किन-किन नेताओं को मिला था पार्टी सिंबल? बिहार चुनाव की राजनीति में इन नामों पर सबकी नजर है।
जानकारी के अनुसार, आरजेडी का सिंबल पाने वाले नेताओं में पटना के मनेर से विधायक भाई वीरेंद्र, परबत्ता के विधायक डॉ. संजीव कुमार, हथुआ से राजेश कुमार, मटियानी से बोगो सिंह, मसौढ़ी से रेखा पासवान, संदेश से दीपू सिंह, मीनापुर से मुन्ना यादव, ब्रह्मपुर से शंभू यादव, नोखा सीट से अनीता देवी, समस्तीपुर से अब्दुल इस्लाम शाहीन, साहेबपुर कमाल से ललन यादव, दरभंगा से ललित यादव, मधेपुरा से चंद्रशेखर, और हिलसा से शक्ति यादव शामिल थे। लालू यादव के इस फैसले से इन सभी उम्मीदवारों में निराशा का माहौल है।
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