सोशल मीडिया बैन पर अड़े ओली, पीएम पद छोड़ने को भी तैयार!

नेपाल में Gen-Z युवाओं का विरोध प्रदर्शन : सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ आंदोलन और राजनीतिक संकट!

नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करेंगे नेपाल में हो रहे एक बड़े आंदोलन के बारे में, जो नेपाल के युवा Gen-Z पीढ़ी द्वारा सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ चलाया जा रहा है। यह विरोध प्रदर्शन अब एक गंभीर राजनीतिक संकट का रूप ले चुका है।

नेपाल में Gen-Z युवाओं का आंदोलन तेज़ हो गया है, जहाँ सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ सड़कों पर उतरे हजारों युवाओं पर पुलिस की कार्रवाई में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और 347 से अधिक घायल हुए हैं। यह घटनाक्रम नेपाल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।

काठमांडू और अन्य शहरों में हो रहे इन प्रदर्शनों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। प्रदर्शनकारियों का मुख्य मुद्दा सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंध हैं। सरकार का कहना है कि ये प्रतिबंध फर्जी खबरों और अपराध को रोकने के लिए लगाए गए हैं, लेकिन युवाओं का मानना है कि सरकार भ्रष्टाचार को छिपाने और उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही है।

नेपाल में Gen-Z युवाओं का मानना है कि सरकार लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश कर रही है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंट रही है। उनका कहना है कि सरकार सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाकर भ्रष्टाचार और कुशासन को छिपाने की कोशिश कर रही है।

आंदोलन के कारण गृह मंत्री रमेश लेखक ने इस्तीफा दे दिया, जबकि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सोशल मीडिया प्रतिबंध हटाने से इनकार कर दिया है। पीएम ओली ने यहाँ तक कह दिया कि वे किसी भी कीमत पर प्रदर्शनकारियों के आगे नहीं झुकेंगे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को “जेन-Z उपद्रवी” तक कह दिया, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई।

नेपाल सरकार ने 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, यूट्यूब, एक्स (Twitter), स्नैपचैट, पिन्टरेस्ट, और रेडिट पर प्रतिबंध लगा दिया, क्योंकि ये कंपनियाँ नए नियमों के तहत पंजीकरण कराने में विफल रहीं। सरकार का कहना है कि ये प्लेटफॉर्म फर्जी आईडी से नफरत फैलाने और फेक न्यूज के लिए इस्तेमाल हो रहे थे।

प्रदर्शन के दौरान हिंसक झड़पें भी हुईं, जिसके कारण काठमांडू में कर्फ्यू लगा दिया गया और स्कूल-कॉलेज को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया। परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। यह स्थिति नेपाल के लिए बहुत गंभीर है।

यह आंदोलन नेपाल के युवाओं की राजनीतिक चेतना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ उनकी लड़ाई नेपाल के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। इस आंदोलन से नेपाल की राजनीति में बदलाव आने की संभावना है, जो नेपाल की लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करेगा।

यह एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, जिस पर हमें नजर बनाए रखनी होगी। इस आंदोलन से जुड़े हर अपडेट के लिए बने रहें! #NepalGenZProtest #SocialMediaBan #NepalPolitics #Protest #Democracy #FreedomOfSpeech #Kathmandu #KPSharmaOli

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