आंवला नवमी 2025: जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्वपूर्ण उपाय
आंवला नवमी 2025 का पर्व 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवला नवमी या अक्षय नवमी के नाम से जाना जाता है। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है। माना जाता है कि पवित्र नदी में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। आंवले का पेड़ न केवल आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक है। आंवला नवमी पर कुछ विशेष उपाय करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। आइए जानते हैं ये विशेष उपाय क्या हैं।
एकाग्रता बढ़ाने के उपाय:
आंवला नवमी के दिन एकाग्रता और सकारात्मकता लाने के लिए आंवले का वृक्ष लगाना शुभ माना जाता है। आंवले का पेड़ घर की पूर्व या उत्तर दिशा में लगाएं। ऐसा करने से एकाग्रता बढ़ती है और शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की मिलती है। यह उपाय विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
आरोग्य प्राप्ति के उपाय:
यदि आप रोगों से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो आंवला नवमी के दिन भगवान विष्णु को आंवले का भोग लगाएं। ऐसा करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है और जीवन में धन-धान्य की वृद्धि होती है। यह उपाय आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
उन्नति के उपाय:
जीवन में उन्नति और सफलता प्राप्त करने के लिए आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा करें और उसकी 108 बार परिक्रमा करें। आंवले के पेड़ के नीचे किसी जरूरतमंद को दान करें और स्वयं भी आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करें। यह उपाय आपके भाग्य को चमकाने में मदद कर सकता है।
सुख-समृद्धि के उपाय:
आंवला नवमी के दिन पूर्व दिशा की ओर मुंह करके आंवले के पेड़ को जल और दूध अर्पित करें। इसके बाद “ओम धात्र्ये नमः” मंत्र का जाप करें। आंवले के पेड़ पर हल्दी से स्वास्तिक बनाएं। यह उपाय आपके घर में सुख-समृद्धि और शांति लाने में सहायक होगा। आंवला नवमी पर इन उपायों को करके आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। शुभकामनाएं!
