आगरा में दर्दनाक हादसा: बल्केश्वर मंदिर की दीवार गिरने से यमुना नदी में गिरे लोग!
उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में भयानक हादसा हुआ है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। बल्केश्वर स्थित श्री लक्ष्मी देवी मंदिर की दीवार सोमवार शाम को यमुना नदी में गिर गई, जिसके कारण मंदिर के चबूतरे पर बैठे कई लोग यमुना में गिर गए। यह हादसा उस समय हुआ जब मंदिर में शाम की आरती चल रही थी और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर के चबूतरे पर जमा थी।
Accident in Agra:
स्थानीय लोगों का कहना है कि दीवार पर बैठे दो दर्जन से ज्यादा लोग भी यमुना नदी में गिर गए। अचानक भीड़ का भार बढ़ने के कारण चबूतरे का एक हिस्सा रेलिंग सहित ढह गया, जिससे कई लोग मलबे के साथ नीचे गिर गए। देखते ही देखते मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है, हालांकि पुलिस ने अभी तक लोगों के यमुना में गिरने की पुष्टि नहीं की है। घटना के तुरंत बाद पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया।
मंदिर यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है, जिस कारण हमेशा भक्तों का जमावड़ा रहता है। चबूतरे पर बैठने के लिए बेंचें भी लगाई गई थीं, जहां शाम के समय लोग नदी के सुंदर दृश्य का आनंद लेने आते थे। लेकिन, इन दिनों भारी वर्षा के कारण यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिसके चलते सैकड़ों लोग नदी के उफान को देखने के लिए उमड़ रहे थे।
अचानक तेज धमाका हुआ और चबूतरे का पिछला हिस्सा रेलिंग समेत नदी में समा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लगभग तीन दर्जन लोग चबूतरे पर खड़े थे जब यह दुर्घटना हुई।
मंदिर में रहने वाली गुड्डी देवी ने बताया कि आरती के दौरान ही जोरदार आवाज आई। जब सब दौड़कर बाहर निकले तो देखा कि चबूतरे पर अफरा-तफरी मची हुई है। लोगों ने बताया कि चबूतरे का हिस्सा गिर गया है और कुछ लोग नदी में बह गए हैं। इस खबर से मंदिर परिसर में सनसनी फैल गई। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई, और इलाके में खबर फैलते ही स्थानीय लोग घबरा उठे। हर कोई अपने परिजनों की खोज में जुट गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और बचाव दल लगातार काम कर रहा है। हादसे की खबर पूरे बल्केश्वर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी अरविंद बंगारू मलप्पा, डीसीपी सिटी सोनम कुमार अपनी टीमों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। भाजपा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल भी सहायता के लिए वहां उपस्थित हुए। यमुना नदी में गोताखोर उतारे गए, जबकि एसडीआरएफ की विशेष इकाई को बुलाया गया। बचाव दल ने नदी के तेज बहाव के बावजूद तलाशी अभियान चलाया। रात 10 बजे तक कोई भी व्यक्ति यह दावा करने नहीं आया कि उनका कोई रिश्तेदार लापता है, लेकिन रेस्क्यू का काम लगातार जारी है।
आगरा में हुई इस दर्दनाक घटना से हर कोई दुखी है और सभी लोग लापता लोगों की सुरक्षित वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं। हम उत्तर प्रदेश सरकार से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने और पीड़ितों को हर संभव मदद प्रदान करने का आग्रह करते हैं। यह दुर्घटना आगरा शहर के लिए एक बड़ी त्रासदी है।