आज का पंचांग, 27 अक्टूबर 2025: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, और बहुत कुछ!
25 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. कल, खरना की पूजा की गई. आज, 27 अक्टूबर को शाम के समय डूबते हुए सूर्य की पूजा कर अर्घ्य दिया जाएगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इससे व्रती को सूर्य देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और घर-परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. आइए अब जानते हैं 27 अक्टूबर 2025 के पंचांग के बारे में, जिसमें तिथि, दिशा शूल, संवत, चंद्रमास, नक्षत्र, करण, और शुभ-अशुभ योग शामिल हैं. आज के शुभ मुहूर्त और अशुभ समय की जानकारी भी प्राप्त करें. सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय और चंद्रास्त के समय को जानें.
तिथि और दिशा शूल
आज पूरे दिन कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि रहेगी. साथ ही दिनभर पूर्व दिशा शूल रहने वाली है. शुभ कार्य करने से पहले दिशा का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है. पंचांग के अनुसार दिशा शूल का विचार करके यात्रा करना फलदायी होता है.
संवत और चंद्रमास
संवत और चंद्रमास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. पंचांग में इनकी गणना महत्वपूर्ण होती है, जो शुभ और अशुभ समय का निर्धारण करने में सहायक होती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, संवत और चंद्रमास की जानकारी महत्वपूर्ण है.
नक्षत्र और करण
आज दोपहर 1 बजकर 27 मिनट तक मूल नक्षत्र रहेगा, जिसके बाद कल सुबह तक पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा. इसके अलावा प्रात: काल से लेकर शाम 7 बजकर 6 मिनट तक कौलव करण रहेगा. आज जैसे ही कौलव करण समाप्त होगा, वैसे ही तैतिल करण का आरंभ हो जाएगा. नक्षत्र और करण का ज्ञान ज्योतिष के लिए आवश्यक है.
आज के शुभ-अशुभ योग
आज प्रात: काल से लेकर सुबह 7 बजकर 26 मिनट तक अतिगण्ड योग रहेगा. अतिगण्ड योग के समाप्त होते ही सुकर्मा योग का आरंभ होगा, जो देर रात तक रहेगा. वहीं, आज दोपहर 1 बजकर 27 मिनट से लेकर कल सुबह 6 बजकर 30 मिनट तक रवि योग और विडाल योग रहेगा. शुभ योग में किए गए कार्य सफल होते हैं.
आज का शुभ समय
आज का अभिजीत मुहूर्त और विजय मुहूर्त जैसे शुभ समय जानने के लिए पंचांग देखें. इन शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफलता प्रदान करते हैं. पंचांग में शुभ समय का विवरण दिया जाता है, जिसका उपयोग शुभ कार्य के लिए किया जाता है.
आज का अशुभ समय
आज का राहुकाल, यमगण्ड और गुलिक काल जैसे अशुभ समय जानने के लिए पंचांग देखें. इन अशुभ समय में किए गए कार्य में बाधा आ सकती है. पंचांग में अशुभ समय का विवरण दिया जाता है, जिससे बचा जा सकता है.
सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय और चंद्रास्त
- सूर्योदय: सुबह 06:30
- सूर्यास्त: शाम 05:40
- चन्द्रोदय: सुबह 11:35
- चंद्रास्त: रात 09:43
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय पंचांग में महत्वपूर्ण होता है. चन्द्रोदय और चंद्रास्त का समय भी पंचांग में दिया जाता है.
नवग्रहों की स्थिति
- धनु राशि में चंद्र ग्रह रहेंगे.
- वृश्चिक राशि में बुध ग्रह रहेंगे.
- सिंह राशि में केतु ग्रह रहेंगे.
- कन्या राशि में शुक्र ग्रह रहेंगे.
- मीन राशि में शनि ग्रह रहेंगे.
- कुंभ राशि में राहु ग्रह रहेंगे.
- तुला राशि में सूर्य ग्रह रहेंगे.
- कर्क राशि में देवगुरु बृहस्पति ग्रह रहेंगे.
- तुला राशि और वृश्चिक राशि में मंगल ग्रह संचार करेंगे.
नवग्रहों की स्थिति का ज्योतिष में बहुत महत्व है. यह राशिफल और ग्रहों के गोचर को प्रभावित करती है. ज्योतिषीय गणना में नवग्रहों की स्थिति महत्वपूर्ण है.
