गुरुवार के 3 उपाय: जीवन में सुख, समृद्धि, और खुशहाली! – Nepal Updates | Stock Exchange

गुरुवार के उपाय: जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली लाने के सरल तरीके

गुरुवार के उपाय: हिन्दू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित है। लेकिन इन सप्ताह के इन 7 दिनों में गुरुवार का दिन सबसे शुभ और फलदायी माना गया है। यह दिन देवताओं के गुरु बृहस्पति देव और भगवान विष्णु को समर्पित है। माना जाता है कि इस दिन अगर श्रद्धा और नियम से इन दोनों की पूजा की जाए तो जीवन में आने वाली सभी रुकावटें दूर होती हैं और सुख-समृद्धि का स्थायी वास होता है। आइए जानते हैं, गुरुवार को किन उपायों को करने से जीवन में सुख, समृद्धि और वैवाहिक खुशहलाई आती है?

गुरुवार का महत्व

ज्योतिष शास्त्र में गुरुवार को धर्म, शिक्षा, विवाह और संतान जैसे जीवन के प्रमुख क्षेत्रों से जोड़ा गया है। यह दिन ज्ञान, सद्बुद्धि और वैवाहिक खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार बृहस्पति ग्रह व्यक्ति के भाग्य, सम्मान और धन का कारक होता है। इसलिए इस दिन की गई पूजा से भाग्य मजबूत होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। गुरुवार का व्रत रखने से भी लाभ मिलता है।

विष्णु और बृहस्पति पूजा के लाभ

गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा करने से मनुष्य को दोहरा आशीर्वाद मिलता है:

  • भगवान विष्णु की कृपा से धन, स्थिरता और समृद्धि प्राप्त होती है।
  • बृहस्पति देव के आशीर्वाद से ज्ञान, विवेक और निर्णय क्षमता बढ़ती है।
  • जो लोग विवाह में रुकावट या वैवाहिक जीवन में तनाव झेल रहे हों, उनके लिए यह दिन विशेष रूप से लाभदायक है। वैवाहिक जीवन में सुख के लिए यह पूजा बहुत लाभकारी है।

सफलता, धन और प्रेम के लिए करें ये असरदार उपाय

हल्दी जल से स्नान और तिलक

गुरुवार की सुबह जल्दी उठें और स्नान के जल में हल्दी की एक चुटकी मिलाएं। यह स्नान न केवल शरीर को शुद्ध करता है, बल्कि आपके जीवन में सकारात्मकता भी बढ़ाता है। इसके बाद पीले या सुनहरे रंग के वस्त्र पहनें और माथे पर केसर या हल्दी का तिलक लगाएं। इससे गुरु ग्रह मजबूत होता है, आकर्षण शक्ति बढ़ती है और कार्यों में सफलता मिलती है। हल्दी का तिलक लगाने से आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

केले के पौधे की पूजा

गुरुवार के दिन केले के पौधे की पूजा करना अत्यंत शुभ माना गया है। पौधे को जल चढ़ाएँ, हल्दी का टीका लगाएँ और चने की दाल व गुड़ का भोग अर्पित करें। केले का पौधा बृहस्पति देव का प्रतीक होता है। यह उपाय धन वृद्धि, संतान सुख और विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करता है। पूजा के बाद भोग गाय को खिलाना बेहद पुण्यदायी होता है। केले के पौधे की सेवा करने से पारिवारिक सुख मिलता है।

लक्ष्मी-नारायण की आराधना और दान

शाम के समय भगवान लक्ष्मी-नारायण की संयुक्त पूजा करें। पीले फूल और बेसन के लड्डू का भोग लगाएँ। फिर ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे घर में धन, सौभाग्य और प्रेम की वृद्धि होती है। पूजा के बाद किसी जरूरतमंद या ब्राह्मण को हल्दी, चने की दाल या पीले वस्त्र दान करने से भाग्य तेज होता है। लक्ष्मी-नारायण की कृपा से जीवन में खुशहाली आती है।

गुरुवार को क्या करें और क्या न करें

इस दिन भोजन में नमक कम लेना, झूठ न बोलना और किसी की निंदा से बचना चाहिए। पीले वस्त्र पहनें। लक्ष्मी-नारायण को पीले रंग के फूल और मिठाई चढ़ाएं। कोशिश करें कि इस दिन लेन-देन या उधारी से बचें और पीला भोजन न करें। गुरुवार को दान करना शुभ माना जाता है।

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