आज का पंचांग 25 अक्टूबर 2025: छठ पूजा, शुभ मुहूर्त और ग्रह स्थिति
आज, 25 अक्टूबर 2025 से छठ पूजा के महापर्व की शुरुआत हो चुकी है, जिसका समापन 28 अक्टूबर को होगा। आज छठ के पहले दिन नहाय खाय के साथ व्रत का आरंभ होगा। सबसे पहले व्रती किसी पवित्र नदी में स्नान करते हैं, जिसके बाद भोजन ग्रहण करने के साथ ही व्रत की शुरुआत होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, छठ का व्रत रखने से संतान के दीर्घायु, अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा आज नागुला चविथी और विनायक चतुर्थी भी है। चलिए अब जानते हैं आज के पंचांग के बारे में।
तिथि और दिशा शूल
आज सुबह 3 बजकर 48 मिनट तक कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि थी, जिसके बाद अब पंचमी तिथि चल रही है। कल सुबह तक पंचमी तिथि ही रहेगी। इसके अलावा आज पूर्व दिशा शूल रहेगी। यात्रा करते समय दिशा का ध्यान रखें। आज का शुभ मुहूर्त आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। आज की तिथि पंचमी है, जो शुभ कार्यों के लिए उत्तम मानी जाती है।
नक्षत्र और करण
नक्षत्र की बात करें तो इस समय अनुराधा चल रहा है, जिसका समापन सुबह 07:51 मिनट पर होगा। अनुराधा नक्षत्र के बाद ज्येष्ठा नक्षत्र का आरंभ होगा, जो कल सुबह तक रहेगा। इसके अलावा आज प्रात: काल से लेकर दोपहर 2 बजकर 35 मिनट तक वणिज करण रहेगा। वणिज करण के समाप्त होते ही विष्टि करण का आरंभ होगा, जो कल सुबह तक रहने वाला है। नक्षत्रों का प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है, इसलिए इनका ज्ञान महत्वपूर्ण है।
आज के शुभ-अशुभ योग
आज दिनभर शोभन योग रहेगा। इसके अलावा सुबह 7 बजकर 51 मिनट से लेकर कल 26 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 29 मिनट तक रवि योग रहेगा। हालांकि, इससे पहले सुबह 6 बजकर 28 मिनट पर विडाल योग का आरंभ होगा, जो सुबह 07:51 मिनट तक रहेगा। शुभ योग में किए गए कार्य सफल होते हैं। आज का राहुकाल जानने के लिए आगे पढ़ें।
सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय और चंद्रास्त
- सूर्योदय: सुबह 06:28
- सूर्यास्त: शाम 05:42
- चन्द्रोदय: सुबह 09:50
- चन्द्रास्त: शाम 07:58
आज का सूर्योदय और सूर्यास्त का समय आपके दैनिक कार्यों की योजना बनाने में सहायक होगा। चंद्रमा का उदय और अस्त होना भी महत्वपूर्ण है, खासकर धार्मिक कार्यों के लिए।
आज का शुभ समय
आज का अभिजीत मुहूर्त और अन्य शुभ मुहूर्त जानने के लिए किसी ज्योतिषी से सलाह लें। शुभ समय में किए गए कार्य फलदायी होते हैं।
आज का अशुभ समय
आज का राहुकाल और अन्य अशुभ समय से बचने की कोशिश करें। अशुभ समय में किए गए कार्यों में बाधा आ सकती है।
नवग्रहों की स्थिति
- सिंह राशि: केतु ग्रह
- मीन राशि: शनि ग्रह
- कुंभ राशि: राहु ग्रह
- कन्या राशि: शुक्र ग्रह
- कर्क राशि: देवगुरु बृहस्पति ग्रह
- तुला राशि: सूर्य ग्रह और मंगल ग्रह
- वृश्चिक राशि: बुध ग्रह और चंद्र ग्रह
ग्रहों की स्थिति का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। ग्रहों का गोचर भी महत्वपूर्ण होता है और इसका असर सभी राशियों पर पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल का अध्ययन किया जाता है और इसके आधार पर भविष्यवाणियां की जाती हैं। राशियों पर ग्रहों के प्रभाव को जानने के लिए किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें।
