हरियाणा में बाढ़ का कहर: बहादुरगढ़ और हिसार में भारी बारिश और ड्रेन टूटने से तबाही
हरियाणा राज्य में मौसम की मार जारी है। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण, बहादुरगढ़ और हिसार जैसे शहरों में बाढ़ आ गई है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मंगेशपुर ड्रेन और घग्गर ड्रेन के टूटने से स्थिति और भी गंभीर हो गई है, जिससे भारी नुकसान हुआ है। आइए जानते हैं इस आपदा की पूरी जानकारी और राहत कार्यों के बारे में।
बहादुरगढ़ में मंगेशपुर ड्रेन टूटने से जलप्रलय:
बहादुरगढ़ शहर में मंगेशपुर ड्रेन का तटबंध टूटने से इलाके में बाढ़ आ गई है। औद्योगिक क्षेत्र और रिहायशी कॉलोनियां पूरी तरह से पानी में डूब गई हैं। विवेकानंद नगर जैसी कई कॉलोनियों में घरों के भीतर पानी भर गया, जिससे लोग छतों पर शरण लेने को मजबूर हो गए। इस आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना और SDRF की टीमों को बुलाया गया है, जो बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। बहादुरगढ़ बाढ़ से हुए नुकसान का अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो रहा है।
मारुति कंपनी के स्टॉकयार्ड में जलभराव:
बहादुरगढ़ में बाढ़ के कारण मारुति कंपनी के स्टॉकयार्ड में खड़ी करीब 150 गाड़ियां पानी में डूब गईं। इससे करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। कई दोपहिया और चारपहिया वाहन भी डूब गए, जिससे वाहन मालिकों को भारी परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर मंगेशपुर ड्रेन की मरम्मत समय पर की गई होती, तो शायद यह आपदा टाली जा सकती थी।
सेना और प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन:
बहादुरगढ़ में बाढ़ के प्रभावित क्षेत्रों में सेना, SDRF, सिंचाई विभाग और नगर परिषद मिलकर राहत कार्यों में लगे हुए हैं। सिंचाई विभाग तटबंध को मजबूत करने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है। लोहे के जालीनुमा बॉक्स में मिट्टी से भरे बैग डालकर तटबंध को मजबूत किया जा रहा है। सेना ने मेडिकल कैंप भी लगाया है ताकि राहत कार्य में लगे कर्मचारियों और प्रभावित लोगों को उपचार मिल सके। एसडीएम कार्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है और प्रशासन ने अस्थायी आश्रय स्थलों की भी व्यवस्था की है।
हिसार में घग्गर ड्रेन ने मचाई तबाही:
हरियाणा के हिसार जिले में भी बाढ़ का कहर जारी है। घग्गर ड्रेन के तटबंध टूटने से गुड़िया खेड़ा और मोडिया खेड़ा गांव के पास 1500 एकड़ से ज्यादा फसल पानी में डूब गई। किसानों की पकी हुई फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। ग्रामीणों के मुताबिक कई ढाणियों में पानी छह से सात फीट तक पहुंच गया है। डेरा सच्चा सौदा और ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स के स्वयंसेवकों ने मौके पर पहुंचकर तटबंध को बांधने की कोशिश शुरू कर दी है। राहत दलों को उम्मीद है कि शाम तक कटाव पर काबू पा लिया जाएगा। हिसार बाढ़ से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
हरियाणा बाढ़: ताजा अपडेट:
हरियाणा में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। सरकार और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में तेजी से लगे हुए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में ज़रूरी सामान और मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है। हम सभी को प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना रखनी चाहिए और राहत कार्यों में सहयोग करना चाहिए। हरियाणा बाढ़ राहत के लिए आप भी दान कर सकते हैं और जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं। इस मुश्किल घड़ी में हम सभी एकजुट होकर हरियाणा को इस आपदा से बाहर निकालेंगे। Stay safe, Haryana! Flood relief operations are underway.