पंजाब में बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवज़ा : 45 दिनों में राहत, सीएम मान का बड़ा ऐलान!
पंजाब में आई बाढ़ ने इस बार तबाही मचा दी है, जिसने 1988 के बाद सबसे बुरे हालात पैदा कर दिए हैं। लाखों लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिनकी ज़िंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है। ऐसे में, Punjab के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए एक अहम कदम उठाया है। उन्होंने घोषणा की है कि बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवज़ा 45 दिनों के अंदर दिया जाएगा। यह Punjab Flood पीड़ितों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि हर बाढ़ पीड़ित को जल्द से जल्द मुआवज़ा मिले। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित किसानों को उनकी फसलों के नुकसान के लिए प्रति एकड़ 20,000 रुपये का मुआवज़ा दिया जाएगा। यह मुआवज़ा Punjab के इतिहास में सबसे बड़ा है, जो किसानों को राहत देगा। पिछली सरकारों में मुआवज़ा मिलने में सालों लग जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक किसान का बेटा होने के नाते, वह किसानों की परेशानियों को अच्छी तरह समझते हैं और जब तक सभी किसानों को उनका हक़ नहीं मिल जाता, वह चैन से नहीं बैठेंगे।
बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए विशेष गिरदावरी 13 सितंबर से शुरू हो चुकी है, जो 45 दिनों में पूरी हो जाएगी। इसके बाद मुआवज़ा चेक वितरित किए जाएंगे। प्रभावित इलाकों में अतिरिक्त अधिकारी तैनात किए जाएंगे जो गाँव-गाँव जाकर खेतों का निरीक्षण करेंगे। अगर फसल का नुकसान हुआ है तो मुआवज़ा ज़रूर मिलेगा। जिन किसानों की 100% फसल नष्ट हो गई है, उन्हें 30 दिनों के अंदर मुआवज़ा मिल जाएगा।
घरों और पशुओं को नुकसान:
पंजाब सरकार ने बाढ़ से घरों को हुए नुकसान के लिए भी बड़ी राहत दी है। पूरी तरह से ढह गए घरों के लिए 1,20,000 रुपये और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के लिए 40,000 रुपये का मुआवज़ा दिया जाएगा। पिछली सरकारों की तुलना में यह राशि कई गुना ज़्यादा है। पशुओं के नुकसान पर भी मुआवज़ा मिलेगा, जैसे कि गाय या भैंस की मृत्यु पर 37,500 रुपये और बकरी पर 4,000 रुपये मिलेंगे। बैल, घोड़े, मुर्गियां, मछली पालन सहित सभी को नियमित दरों पर सहायता प्रदान की जाएगी। घरों और पशुओं के लिए मुआवज़ा 15 सितंबर से मिलना शुरू हो जाएगा और 45 दिनों में पूरा हो जाएगा।
मानवीय सहायता और बुनियादी ढांचा:
बाढ़ में मरने वालों के परिवारों को भी सहायता प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम उन्हें वापस नहीं ला सकते, लेकिन सरकार मुआवज़ा देने में कोई देरी नहीं करेगी। नदियों के टूटे तटबंधों की मरम्मत, मंडियों की सफाई, मेडिकल कैंप, फॉगिंग और पानी के नमूने लेने के निर्देश दिए गए हैं। बिजली बहाल हो चुकी है और सड़कें भी मरम्मतीकरण के अधीन हैं।
केंद्र से अपील:
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से Punjab को आपदा प्रभावित राज्य घोषित करने और राहत फंड जारी करने की अपील की है। उन्होंने केंद्र से 60,000 करोड़ रुपये का फंड जारी करने की भी मांग की है। Bhagwant Mann ने खुद स्थिति पर नज़र रखने और किसी भी अधिकारी की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई करने का वादा किया है। पिछली सरकारों में मुआवज़ा देने में सालों लग जाते थे, लेकिन अब Punjab सरकार 45 दिनों में पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस महत्वपूर्ण बैठक में कैबिनेट मंत्री, मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मान सरकार के नेतृत्व में Punjab एक बार फिर से उठेगा और बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई करेगा। यह Punjab Flood Relief का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे बाढ़ पीड़ितों को बड़ी राहत मिलेगी और वे जल्द ही अपनी जिंदगी को फिर से शुरू कर पाएंगे। यह flood relief कार्य Punjab government की एक सराहनीय पहल है।