पति पर पत्नी को आत्महत्या के लिए उकसाने और वीडियो बनाने का आरोप

झांसी में दहेज उत्पीड़न की घटना: महिला की आत्महत्या, पति पर गंभीर आरोप और पुलिस जांच

नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करेंगे उत्तर प्रदेश के झांसी शहर से आई एक दुखद घटना की, जिसने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना घरेलू विवाद और दहेज उत्पीड़न से जुड़ी है, जो आज भी हमारे देश में एक गंभीर समस्या बनी हुई है।

झांसी के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के बिजौली इलाके में रहने वाली 28 वर्षीय शालनी ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली। खबर है कि शालनी ने पहले मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह की कोशिश की और फिर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जब शालनी यह सब कर रही थी, तब उसका पति गोविंद सिंह परिहार उसे बचाने की बजाय वीडियो बना रहा था!

घटना के बाद, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह Jhansi Dowry Dispute केस है, जो कई सवालों को जन्म देता है।

विवाद की शुरुआत:

जानकारी के अनुसार, शालनी और उसके पति के बीच गुरुवार सुबह खाने को लेकर मामूली झगड़ा हुआ था। इसके बाद शालनी ने खाना तो बनाया, लेकिन गुस्से में कमरे में चली गई और दरवाजा बंद कर लिया। यहीं पर उसने यह खौफनाक कदम उठाया।

पति का व्यवहार:

पति गोविंद सिंह परिहार का अपनी पत्नी को बचाने की बजाय वीडियो बनाना, एक बेहद ही निंदनीय कार्य है। यह सवाल उठाता है कि क्या वह शालनी को बचाने का इरादा रखता था या नहीं। पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।

मायके वालों का आरोप:

शालनी के मायके वालों ने पति गोविंद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शालनी की मां शकुंतला का कहना है कि गोविंद लगातार पैसों की मांग करता था और शालनी को दहेज के लिए प्रताड़ित करता था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि गोविंद ने शालनी को घर से निकाल दिया था और बाद में वापस बुलाकर फिर से पैसों की मांग शुरू कर दी थी। यहां तक कि तलाक के लिए 5 लाख रुपये की मांग भी की गई थी। दहेज उत्पीड़न एक गंभीर अपराध है और इस मामले में शालनी के परिवार को न्याय मिलना चाहिए।

दहेज उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई आज भी जारी है।

पुलिस जांच:

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। प्रेमनगर थाना प्रभारी रवि श्रीवास्तव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की जांच से ही असली सच सामने आएगा। पुलिस इस मामले में हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है, जिसमें पति का व्यवहार और मायके वालों के आरोप भी शामिल हैं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या दहेज की मांग के कारण शालनी पर आत्महत्या करने का दबाव था।

घरेलू हिंसा एक गंभीर समस्या है और इसके खिलाफ आवाज उठाना ज़रूरी है।

शिक्षा और घरेलू विवाद:

यह घटना इस बात का भी एक दुखद उदाहरण है कि कैसे घरेलू विवाद और दहेज उत्पीड़न शिक्षित महिलाओं को भी आत्महत्या करने पर मजबूर कर सकते हैं। शालनी ने एमए तक पढ़ाई की थी, लेकिन फिर भी वह घरेलू कलह और दहेज के दबाव से उबर नहीं पाई। यह महिला सशक्तिकरण और महिला सुरक्षा की दिशा में और अधिक काम करने की आवश्यकता को उजागर करता है।

निष्कर्ष:

यह घटना एक बार फिर से दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा जैसे गंभीर मुद्दों को उजागर करती है। हमें उम्मीद है कि पुलिस की जांच सही दिशा में जाएगी और शालनी के परिवार को न्याय मिलेगा। समाज को भी इस तरह की घटनाओं के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की ज़रूरत है ताकि किसी और महिला को शालनी की तरह अपनी जान न गंवानी पड़े। Dowry जैसी सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए हमें मिलकर प्रयास करना होगा। Domestic violence के खिलाफ आवाज उठाना बहुत जरूरी है।

आपके विचार:

इस घटना पर आपकी क्या राय है? कमेंट सेक्शन में अपने विचार जरूर साझा करें।

#Jhansi #DowryCase #DomesticViolence #Suicide #PoliceInvestigation #UttarPradesh #India #CrimeNews #DahajUtpidan #GhareluHinsa #महिलासुरक्षा #दहेजउत्पीड़न #घरेलुविवाद #आत्महत्या #न्याय #पुलिसजांच

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top