बिहार चुनाव: आरजेडी का बड़ा एक्शन, 10 नेता निष्कासित!
बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज है, और इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने अपनी पार्टी के भीतर बड़ा एक्शन लिया है। पार्टी ने दल विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 10 नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। ये फैसला आरजेडी के राज्य मुख्यालय को मिली सूचना के आधार पर लिया गया है।
किन नेताओं पर हुई कार्रवाई?
जिन नेताओं पर कार्रवाई हुई है, उनमें विधायक, पूर्व विधायक और कई पदाधिकारी शामिल हैं। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने पत्र जारी कर इन नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। निष्कासित नेताओं में डेहरी विधानसभा सीट से विधायक फतेह बहादुर सिंह, बिहार के नालांदा प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार, बिहार शरीफ से मोहम्द सैययद नौसादुल नवी उर्फ पप्पू खां, कांटी से पूर्व विधायक मोहम्मद गुलाम जिलानी वारसी, गोपालगंज विधानसभा सीट से पूर्व विधायक मोहम्मद रियाजुल हक राजू, पूर्णियां के प्रदेश महासचिव अमोद कुमार मंडल, सिंहेश्वर से पार्टी सदस्य विरेन्द्र कुमार शर्मा, मधेपुरा से पार्टी सदस्य प्रणव प्रकाश, भोजपुर से प्रदेश महासचिव, महिला प्रकोष्ठ सह जिला परिषद सदस्य जिप्सा आनंद और भोजपुर से पार्टी सदस्य राजीव रंजन उर्फ पिंकू शामिल हैं। बिहार राजनीति में यह एक बड़ा घटनाक्रम है।
पहले भी हुई थी कार्रवाई
आरजेडी ने इससे पहले भी 27 नेताओं के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में कार्रवाई की थी। उनमें परसा विधायक छोटेलाल राय, महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष रहीं रितु जायसवाल, विधायक मोहम्मद कामरान और पूर्व विधायक राम प्रकाश महतो, अनिल साहनी, सरोज यादव और अनिल यादव समेत कई नेता शामिल थे। उन नेताओं पर भी पार्टी अनुशासन भंग करने और प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों का समर्थन करने के आरोप लगे थे, जिसके चलते उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया गया था। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि पार्टी अनुशासन से समझौता नहीं करेगी। बिहार चुनाव 2024 में आरजेडी की यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है, यह देखना दिलचस्प होगा। राजनीतिक विश्लेषण के अनुसार, ऐसे कदम पार्टी के भीतर अनुशासन बनाए रखने और गलत संदेश जाने से रोकने में मदद करते हैं। आरजेडी अपडेट्स के लिए बने रहें। बिहार न्यूज़ में यह एक अहम खबर है।
