रूस में हिंदी भाषा का बढ़ता क्रेज़: उच्च शिक्षा में हिंदी अध्ययन को बढ़ावा!
नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करेंगे रूस और भारत के बीच शिक्षा और भाषा के क्षेत्र में बढ़ते हुए संबंधों की। हाल ही में, रूस के उप विज्ञान और उच्च शिक्षा मंत्री, कॉन्स्टेंटिन मोगिलेव्स्की ने रूसी विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा के अध्ययन को बढ़ावा देने की वकालत की है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है जो भारत और रूस के बीच रिश्तों को और मजबूत करेगा।
रूस में हिंदी की लोकप्रियता तेज़ी से बढ़ रही है। मोगिलेव्स्की जी का कहना है कि अधिक से अधिक रूसी छात्रों को अब हिंदी सीखने का अवसर मिलना चाहिए। उनका मानना है कि भारत आज दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है और यहाँ के लोग अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अंग्रेजी की तुलना में अधिक हिंदी का उपयोग करते हैं। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात है जिसे रूस को समझना चाहिए और इसके अनुरूप कदम उठाने चाहिए।
हिंदी सीखने के अवसर पहले से कहीं ज्यादा हैं। Russian students अब Hindi language courses में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। मॉस्को में MGIMO, RSUH, मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी के एशियाई और अफ्रीकी अध्ययन संस्थान और मॉस्को स्टेट लिंग्विस्टिक यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में हिंदी पढ़ाई जा रही है। इतना ही नहीं, सेंट पीटर्सबर्ग और कजान जैसे शहरों की यूनिवर्सिटीज में भी Hindi सीखने का चलन बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस और भारत के बीच शिक्षा, संस्कृति और व्यापारिक संबंधों के बढ़ते स्तर के कारण हिंदी की मांग आगे और बढ़ेगी। Hindi का ज्ञान Russian students के लिए करियर के नए दरवाजे खोलेगा और उन्हें भारत के साथ व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में मदद करेगा।
रूस में भारतीय समुदाय की उपस्थिति भी हिंदी को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारतीय दूतावास के आंकड़ों के अनुसार, रूस में लगभग 14 हजार भारतीय रहते हैं। इनमें से कई व्यवसायी हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। इसके अलावा, लगभग 4500 Indian students रूस के मेडिकल और तकनीकी संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं। यह बड़ा Indian diaspora भी हिंदी भाषा को बढ़ावा देने में मदद करता है।
Hindi की उपयोगिता बढ़ने का एक और कारण है भारत के साथ व्यापारिक संबंध। रूस में लगभग 300 Indian companies पंजीकृत हैं, जो विभिन्न उत्पादों का आयात करती हैं। Hindi का ज्ञान इन कंपनियों के लिए Russian market में सफल होने में बहुत मददगार हो सकता है।
कुल मिलाकर, रूस में हिंदी भाषा का भविष्य उज्ज्वल है। उच्च शिक्षा में हिंदी अध्ययन को बढ़ावा देने से दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों को और मजबूती मिलेगी। Hindi language सीखना Russian students के लिए एक मूल्यवान कौशल होगा, जो उन्हें भारत के साथ जुड़ने और करियर के नए अवसर प्राप्त करने में मदद करेगा। यह निश्चित रूप से India Russia relations के लिए एक बहुत ही सकारात्मक संकेत है। तो, क्या आप भी Hindi सीखने में रुचि रखते हैं?