बिहार चुनाव 2024: जीतन राम मांझी का बगावती रुख, NDA को झटका? सीटों का बंटवारा बना मुसीबत!
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, राजनीतिक हलचल जोरों पर है! हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने NDA (नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) के खिलाफ बगावती तेवर अपना लिए हैं। हाल ही में दिए गए एक बयान में, मांझी ने बिहार चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
रविवार को बोले मांझी कि अगर उनकी पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए 15 से 20 सीटों से ज्यादा नहीं दी गईं, तो HAM 100 सीटों पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी। यह एनडीए के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका हो सकता है।
सीटों की मांग और मान्यता का संकट!
मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी का मुख्य लक्ष्य हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को मान्यता दिलाना है। उन्होंने बताया कि पार्टी को मान्यता प्राप्त करने के लिए उन्हें कम से कम आठ सीटों पर जीत हासिल करने की आवश्यकता है। वोट शेयर और कुल वोटों के आधार पर, मांझी ने 20 सीटों की मांग की है, क्योंकि सभी सीटों पर जीत हासिल करना संभव नहीं है।
मान्यता की लड़ाई
मांझी ने आगे कहा कि अगर 60 प्रतिशत सीटों पर भी विचार किया जाए, तो 15 सीटें पर्याप्त होंगी। उन्होंने कहा, “उस स्थिति में, हम 8 सीटें जीतेंगे। हम अकेले 100 सीटों पर लड़ेंगे और हमारे पास हर जगह 10-15 हजार वोटर्स हैं। हम जीतेंगे और 6 प्रतिशत वोट हासिल कर मान्यता प्राप्त कर लेंगे।“
यह चुनाव HAM के लिए करो या मरो का सवाल!
जीतन राम मांझी ने इस चुनाव को अपनी पार्टी के लिए करो या मरो की स्थिति बताया। उन्होंने कहा कि एक रजिस्टर्ड पार्टी होने के नाते, 10 साल पूरे करने के बाद भी वे खुद को हाशिये पर महसूस कर रहे हैं। यह चुनाव HAM के लिए अपनी ताकत दिखाने और राजनीति में अपनी जगह बनाने का एक अहम मौका है।
बिहार चुनाव 2024 में सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए के भीतर तनाव बढ़ता जा रहा है। जीतन राम मांझी का यह बगावती तेवर एनडीए के लिए चिंता का विषय हो सकता है। अब देखना होगा कि एनडीए इस स्थिति को कैसे संभालता है और बिहार चुनाव में आगे क्या होता है। Political news और election updates के लिए बने रहें!