बीरभूम में पत्थर की खदान हादसा: खनन दुर्घटना में मजदूरों की मौत, अवैध खनन पर सवाल!
नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए लेकर आए हैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले से एक दुखद खबर। बीरभूम के बहादुरपुर गांव में पत्थर की खदान में हुए हादसे ने पूरे इलाके में मातम फैला दिया है। खनन दुर्घटना में छह मजदूरों की दुखद मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इस दुर्घटना ने अवैध खनन और मजदूरों की सुरक्षा पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हादसा शनिवार को हुआ, जब बहादुरपुर गांव की पत्थर की खदान में काम कर रहे मजदूरों पर अचानक खदान का एक बड़ा हिस्सा धंस गया। हादसे के समय लगभग 12 मजदूर खदान के अंदर काम कर रहे थे। दुर्घटना में छह मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां से दो को बाद में बर्दवान मेडिकल कॉलेज रेफर करना पड़ा।
दुर्घटना की खबर मिलते ही, नलहाटी थाने की पुलिस टीम और वरिष्ठ जिला अधिकारी मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर शवों को मलबे से निकाला गया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस का कहना है कि खदान के संचालन की जांच चल रही है कि वह वैध रूप से चल रहा था या नहीं। प्रशासन ने इस हादसे की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने इस दुर्घटना के पीछे अवैध खनन को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि इलाके में लंबे समय से अवैध खनन चल रहा था और मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि खदान मालिक और संचालक केवल मुनाफे पर ध्यान देते हैं और मजदूरों की जान को जोखिम में डालते हैं। उनका यह भी कहना है कि हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण खदानों में पानी भर गया था, जिससे मिट्टी और चट्टानें ढीली हो गई थीं और हादसे का खतरा बढ़ गया था।
इस दुखद हादसे ने मजदूरों की सुरक्षा के महत्व को उजागर किया है। खनन उद्योग में, सुरक्षा मानकों का पालन करना बेहद जरूरी है ताकि ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके। सरकार को चाहिए कि वह खनन स्थलों पर सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करवाए और अवैध खनन पर रोक लगाए। मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, नियमित जांच और निगरानी भी जरूरी है।
आगे की कार्रवाई पर पुलिस का कहना है कि जांच चल रही है और अगर अवैध खनन या सुरक्षा नियमों की अनदेखी पाई जाती है तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे से क्षेत्र के अन्य खदान मजदूरों में भी डर का माहौल है।
यह घटना एक चेतावनी है। हमें खनन उद्योग में सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए और अवैध खनन को पूरी तरह से खत्म करना चाहिए। मजदूरों की सुरक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए।