आज का पंचांग (Aaj ka Panchang): 7 अक्टूबर 2025 – वाल्मीकि जयंती और मीराबाई जयंती का विशेष संयोग
आज, 7 अक्टूबर, 2025, एक विशेष दिन है क्योंकि यह वाल्मीकि जयंती (Valmiki Jayanti) और मीराबाई जयंती (Meerabai Jayanti) दोनों का संगम है। हर वर्ष आश्विन पूर्णिमा (Ashwin Purnima) को वाल्मीकि जयंती मनाई जाती है, लेकिन इस बार यह आश्विन पूर्णिमा के अगले दिन मनाई जा रही है। वाल्मीकि (Valmiki) जी, जिन्हें रामचरितमानस (Ramcharitmanas) का रचयिता माना जाता है, की इस दिन झांकियां निकाली जाती हैं और जरूरतमंदों को दान दिया जाता है।
इसके साथ ही, आज मीराबाई (Meerabai) जयंती भी है, जो भगवान कृष्ण की परम भक्त थीं। इस दिन उनकी पूजा की जाती है और उनके भक्तिमय जीवन से प्रेरणा ली जाती है। चलिए अब जानते हैं 7 अक्टूबर 2025 के पंचांग (Panchang) के बारे में।
तिथि और दिशा शूल (Tithi aur Disha Shool)
आज सुबह 9 बजकर 17 मिनट तक आश्विन माह (Ashwin Mah) के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि (Purnima Tithi) रहेगी, जिसके बाद प्रतिपदा तिथि (Pratipada Tithi) का आरंभ होगा। आज के दिन उत्तर दिशा में दिशा शूल (Disha Shool) रहेगा।
नक्षत्र और करण (Nakshatra aur Karan)
आज अश्विनी नक्षत्र (Ashwini Nakshatra) चल रहा है, जो देर रात तक रहेगा। इससे पहले रेवती नक्षत्र (Revati Nakshatra) था। इसके अतिरिक्त, बव करण (Bava Karan) सुबह 9 बजकर 17 मिनट तक रहेगा, जिसके बाद बालव करण (Balava Karan) शुरू हो जाएगा, जो शाम 7 बजकर 37 मिनट तक रहेगा। बालव करण के बाद कौलव करण (Kaulava Karan) लगेगा, जो अगले दिन सुबह तक रहेगा। ये शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) और अशुभ मुहूर्त (Ashubh Muhurat) जानने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सम्वत और चंद्रमास (Samvat aur Chandramas)
विक्रम सम्वत (Vikram Samvat) और शक सम्वत (Shak Samvat) का भी पंचांग में महत्वपूर्ण स्थान है। इसके साथ ही, चंद्रमास की जानकारी भी दी जाती है, जिससे शुभ कार्य (Shubh Karya) करने का सही समय पता चलता है।
आज के शुभ योग (Aaj ke Shubh Yog)
आज ध्रुव योग (Dhruva Yoga) पूर्णिमा तिथि तक रहेगा, जिसके बाद व्याघात योग (Vyaghata Yoga) का आरंभ होगा। व्याघात योग कल सुबह तक रहेगा। ज्योतिष (Jyotish) के अनुसार, योगों का विशेष महत्व होता है।
सूर्योदय, सूर्यास्त और चंद्रोदय (Suryoday, Suryast aur Chandroday)
आज सूर्योदय (Suryoday) सुबह 06:33 के आसपास होगा, और सूर्यास्त (Suryast) शाम 6 बजकर 21 मिनट पर होगा। चंद्रोदय (Chandroday) शाम 6 बजकर 25 मिनट पर होगा। सूर्य (Surya) और चंद्रमा (Chandra) की स्थिति दैनिक जीवन को प्रभावित करती है।
आज का शुभ समय (Aaj ka Shubh Samay)
अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurat) और अमृत काल (Amrit Kaal) जैसे शुभ समयों में कार्य करना फलदायी माना जाता है। इन समयों का उपयोग पूजा (Puja) और अन्य धार्मिक कार्य (Dharmik Karya) के लिए किया जा सकता है।
आज का अशुभ समय (Aaj ka Ashubh Samay)
राहुकाल (Rahukaal) और कालवेला (Kalavela) जैसे अशुभ समयों में महत्वपूर्ण कार्य करने से बचना चाहिए। इन समयों में किए गए कार्यों में असफलता मिलने की संभावना रहती है।
नवग्रहों की स्थिति (Navgrahon ki Sthiti)
- सूर्य देव (Surya Dev) कन्या राशि में रहेंगे।
- गुरु ग्रह (Guru Grah) मिथुन राशि में रहेंगे।
- राहु ग्रह (Rahu Grah) कुंभ राशि में रहेंगे।
- शनि ग्रह (Shani Grah) और चंद्र देव (Chandra Dev) मीन राशि में रहेंगे।
- शुक्र देव (Shukra Dev) और केतु ग्रह (Ketu Grah) सिंह राशि में रहेंगे।
- मंगल देव (Mangal Dev) और बुध देव (Budh Dev) तुला राशि में रहेंगे।
ग्रहों की यह स्थिति राशिफल (Rashifal) और भविष्यफल (Bhavishyfal) को प्रभावित करती है, जिससे व्यक्ति के जीवन पर विभिन्न प्रकार के प्रभाव पड़ते हैं।
