कर्नाटक में आवारा कुत्तों का आतंक: गुब्बी कोर्ट में महिला पर हमला, कुत्तों के हमले से दहशत!
नमस्ते दोस्तों! आज हम एक बेहद गंभीर और चिंताजनक मुद्दे पर बात करेंगे – कर्नाटक के तुमकुरु जिले में आवारा कुत्तों के बढ़ते खतरे के बारे में। हाल ही में हुई एक घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है और आवारा कुत्तों की समस्या को एक बार फिर से उजागर किया है।
गुब्बी कोर्ट में हुई यह दर्दनाक घटना:
घटना गुब्बी कोर्ट परिसर में हुई, जहां एक महिला, गंगुबाई (35) पारिवारिक विवाद से जुड़े एक मामले में कोर्ट आई थीं। दुर्भाग्यवश, कोर्ट परिसर में ही एक आवारा कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। कुत्ते ने महिला के चेहरे पर गंभीर रूप से काट लिया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गईं। घटना के बाद, उन्हें तत्काल इलाज के लिए बेंगलुरु भेजा गया। यह घटना वाकई दिल दहला देने वाली थी और इसने कोर्ट परिसर में मौजूद सभी लोगों को हिलाकर रख दिया।
आवारा कुत्तों का आतंक हर जगह:
यह सिर्फ एक घटना नहीं है। आवारा कुत्तों का आतंक अब लगातार बढ़ता जा रहा है और यह समस्या न्यायालय जैसे संवेदनशील स्थानों तक पहुंच चुकी है। इस घटना ने आवारा कुत्तों की समस्या और उनसे जुड़ी सुरक्षा चिंताओं को उजागर किया है।
कोर्ट में महिला पर हमला :
गंगुबाई बीरसंद्रा गांव की रहने वाली थीं। वह कोर्ट में वॉशरूम से बाहर निकलीं ही थीं कि एक आवारा कुत्ता उन पर झपटा। कुत्ते ने उनके चेहरे पर कई बार हमला किया। मौके पर मौजूद लोगों ने जब उनकी चीखें सुनीं, तब जाकर उन्हें कुत्ते से छुड़ाया गया।
खून से लथपथ महिला :
हमले में गंगुबाई का चेहरा बुरी तरह जख्मी हो गया और खून बहने लगा। घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने उन्हें सहारा दिया, लेकिन तब तक उनका चेहरा खून से लथपथ हो चुका था। स्थानीय लोग गुस्से में आ गए और कुत्ते को दौड़ाकर मार डाला। यह दृश्य कोर्ट परिसर में मौजूद हर व्यक्ति के लिए बेहद डरावना और झकझोर देने वाला था।
अस्पताल में भर्ती :
घटना के तुरंत बाद घायल महिला को गुब्बी तालुक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उनकी हालत को देखते हुए उन्हें बेंगलुरु रेफर कर दिया गया, जहां उन्नत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और कोर्ट परिसर में सुरक्षा को लेकर नए सिरे से कदम उठाने की जरूरत बताई।
अन्य जगहों पर भी कुत्तों के हमले:
यह घटना अकेली नहीं है। होन्नाली तालुक के माविना कोटे और ससवेहल्लि गांवों में भी आवारा कुत्तों ने हमला कर बच्चों और बुजुर्गों को घायल कर दिया। लगातार हो रही इन घटनाओं ने लोगों में भय का माहौल बना दिया है।
आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान:
ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि आवारा कुत्तों के बढ़ते खतरे पर तुरंत रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इसमें कुत्तों का प्रबंधन, नसबंदी कार्यक्रम, और जन जागरूकता अभियान शामिल हो सकते हैं। स्थानीय प्रशासन को इस dog attack की समस्या से निपटने के लिए प्रभावी strategies तैयार करनी होंगी। Animal welfare संगठनों को भी इस दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है।
निष्कर्ष :
हमें उम्मीद है कि कर्नाटक सरकार और स्थानीय प्रशासन इस समस्या का जल्द समाधान निकालेंगे और लोगों को आवारा कुत्तों के खतरे से बचाने के लिए प्रभावी कदम उठाएंगे। यह एक गंभीर मुद्दा है और इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। Stay safe, everyone!