पाहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों का भारत-पाकिस्तान एशिया कप 2025 मैच का विरोध: क्या न्याय मिलेगा?
Asia Cup 2025 IND vs PAK की घोषणा के बाद से ही, एक तीखा विवाद खड़ा हो गया है। जम्मू कश्मीर के पाहलगाम में हुए आतंकी हमले में अपनों को खो चुके परिवारों ने भारत और पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित एशिया कप 2025 मैच का कड़ा विरोध किया है। उनका कहना है कि जब पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद ने उनके प्रियजनों की जान ली, तो ऐसे में खेल को मंजूरी देना उनके घावों पर नमक छिड़कने जैसा है।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट का क्रेज दुनिया भर में मशहूर है, लेकिन इस बार पाहलगाम के पीड़ितों का दर्द इस जुनून से कहीं ज़्यादा गहरा है। पीड़ित सावन परमार, जिन्होंने पाहलगाम आतंकी हमले में अपने भाई को खो दिया, ने बेहद भावुक होकर कहा, “अगर मैच खेलना ही है, तो पहले मेरा 16 साल का भाई लौटा दो, जिसे गोलियों से भून दिया गया था।” उनका कहना है कि सरकार और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) उनके दर्द को नजरअंदाज कर रहे हैं। India vs Pakistan match की खबर सुनते ही उनका दिल टूट गया है, और उन्हें लगता है कि उनके आंसू बेकार जा रहे हैं।
आतंकवाद से प्रभावित परिवारों का दर्द शब्दों में बयां करना मुश्किल है। पाहलगाम हमले में अपने नवविवाहित पति को खोने वाली अइशान्या द्विवेदी ने भी मैच के आयोजन पर अपनी नाराजगी जताई है। उनका स्पष्ट कहना है, “BCCI गनपॉइंट पर देश से यह मैच नहीं करवा सकता। कुछ खिलाड़ियों ने विरोध जताया, लेकिन बाकी चुप रहे, जो बेहद दुखद है।” यह सवाल गंभीर है कि क्या खेल को आतंकवाद से ऊपर रखा जा सकता है, खासकर तब जब पीड़ितों के घाव अभी भी ताज़ा हों।
पाहलगाम हमला: इस दुखद घटना में 22 अप्रैल को आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में 25 भारतीय और 1 नेपाली पर्यटक की हत्या कर दी थी। हमलावरों ने पीड़ितों को विशेष रूप से हिंदू के रूप में निशाना बनाया। हमले के दौरान, आतंकियों ने भारत के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश दिया। इस आतंकी हमले के बाद, सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई करना था।
लेकिन, पीड़ित परिवारों का मानना है कि जब पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेला जा रहा है, तो यह ऑपरेशन अधूरा और बेअसर लगता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और BCCI से अपील की है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करना बंद नहीं करता, तब तक उससे किसी भी तरह के खेल या संबंध न रखे जाएं।
भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा से एक भावनात्मक मुद्दा रहा है। यह खेल दोनों देशों के लोगों के बीच उत्साह और जुनून पैदा करता है। हालांकि, पाहलगाम हमले के पीड़ितों के लिए, यह सिर्फ एक खेल नहीं है; यह उनके जख्मों को कुरेदने वाला एक क्रूर तमाशा है। क्या BCCI और सरकार पीड़ितों की भावनाओं को समझेंगी? क्या Asia Cup 2025 में India vs Pakistan का मैच खेला जाएगा, या पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कोई और कदम उठाए जाएंगे? यह सवाल क्रिकेट प्रेमियों और आतंकवाद के पीड़ितों, दोनों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। एशिया कप का भविष्य और भारत-पाकिस्तान के रिश्ते इस विरोध पर निर्भर करेंगे। क्रिकेट को लेकर देश में वायरल हो रही इन बातों पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।