कोटा के हॉस्टल में काला कोबरा: दहशत और राहत की कहानी!
कोटा शहर के एमबीएस और जेके लोन अस्पताल के पीजी हॉस्टल में रात के अँधेरे में एक ऐसा वाकया हुआ जिसने हर किसी को डरा दिया! सोचिये, आप सुबह-सुबह वॉशरूम में जाते हैं और सामने काला कोबरा फन फैलाए बैठा हो! ये वाकई डरावना सपना जैसा लगता है, लेकिन ये हकीकत थी।
राजस्थान के इस शहर में स्थित हॉस्टल में, एक रेजिडेंट डॉक्टर वॉशरूम गए और जैसे ही दरवाजा खोला, उन्हें एक जोरदार फुफकार सुनाई दी। वहाँ मौजूद दृश्य देख कर उनके होश उड़ गए – एक खतरनाक काला कोबरा वॉशरूम के कमोड से बाहर निकलकर बैठा था!
इस घटना के बाद, हॉस्टल में अफरा-तफरी मच गई। नयापुरा इलाके में स्थित इस हॉस्टल में डॉक्टरों और छात्रों के बीच डर का माहौल बन गया। जैसे ही खबर फैली, सभी सकते में आ गए।
कोबरा, जो करीब पाँच फीट लंबा था, वॉशरूम से निकलकर फन फैलाए बैठा था। डॉक्टर मुदित शर्मा ने बताया कि जैसे ही उन्होंने वॉशरूम में प्रवेश किया, सांप ने फुफकार मारी। घबराकर, वह तुरंत बाहर निकले और बाकी रेजिडेंट्स को खतरे के बारे में सूचित किया।
इस घटना के बाद, कुछ बहादुर डॉक्टरों ने कोबरा को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन सांप के आक्रामक रवैये के कारण वे नाकाम रहे। आखिरकार, उन्होंने एक स्नेक कैचर को बुलाने का फैसला किया।
स्नेक कैचर गोविंद शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने सांप को पकड़ने का काम शुरू किया। सांप को वॉशरूम से बाहर निकालना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने सावधानीपूर्वक काम करते हुए आखिरकार कोबरा को सुरक्षित पकड़ लिया। बाद में, सांप को लाडपुरा के जंगल में छोड़ दिया गया। वन विभाग को भी इस बारे में जानकारी दी गई।
जैसे ही कोबरा को पकड़ा गया, हॉस्टल में रह रहे सभी लोगों ने राहत की सांस ली। सबने माना कि अगर सांप को समय पर नहीं पकड़ा जाता, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
ये घटना कोटा में सांपों के खतरे को उजागर करती है। बताया जाता है कि अस्पताल परिसर के आसपास घनी झाड़ियां और पेड़ हैं, जिसके कारण अक्सर सांप और अन्य जंगली जानवर यहां आ जाते हैं।
कोटा शहर में इस तरह की घटनाएं सांप के खतरे के प्रति जागरूकता बढ़ाती हैं। सुरक्षा और सावधानी ही इससे निपटने का सही तरीका है।