पंजाब में बाढ़ का कहर: राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र, राहत राशि को बताया ‘अन्याय’
नमस्कार दोस्तों! आज हम बात करेंगे पंजाब में आई हालिया बाढ़ की तबाही और उससे जुड़ी सियासी हलचल की। इस बार मानसून ने पंजाब में ऐसा कहर बरपाया है कि लाखों किसानों की उम्मीदें डूब गई हैं। हजारों गांव पानी में डूब गए और हज़ारों पशुओं की जान चली गई। इस बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा घोषित 1600 करोड़ रुपये की राहत राशि को ‘गंभीर अन्याय’ बताया है।
पंजाब में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद, राहुल गांधी ने इस प्राकृतिक आपदा के पीड़ितों के दर्द को साझा किया। उन्होंने कहा कि राज्य को जो मदद मिल रही है, वो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
बाढ़ से हुए नुकसान का दर्द
पंजाब में बाढ़ से हुए नुकसान का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। राहुल गांधी ने अपने पत्र में बताया कि चार लाख एकड़ से ज्यादा धान की फसल बर्बाद हो चुकी है। दस लाख से ज्यादा पशुओं की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि कुल नुकसान 20,000 करोड़ रुपये से कम नहीं है। ऐसे में 1600 करोड़ रुपये की राहत राशि पंजाब के लोगों के साथ अन्याय है।
राहुल गांधी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और किसानों से उनकी समस्याएं सुनीं। खासकर गुरदासपुर जिले में उन्होंने प्रभावित गांवों का जायजा लिया। उन्होंने चेतावनी दी कि बाढ़ से बर्बाद हुई उपजाऊ जमीन निकट भविष्य में भी खेती के लायक नहीं रह पाएगी, जिससे किसानों के सामने आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। Farmers को हो रहे इस नुकसान को लेकर उन्होंने सरकार से तुरंत और उचित relief पैकेज की मांग की है।
पंजाब सरकार और विपक्ष की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के इस बयान से पहले ही पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार और कांग्रेस के नेताओं ने केंद्र की राहत राशि को नाकाफी बताया था। पंजाब सरकार के मंत्रियों ने इसे ‘क्रूर मजाक’ और ‘लोगों का अपमान’ करार दिया था। कांग्रेस नेता परगट सिंह ने राहुल गांधी की सराहना करते हुए कहा कि वह पंजाब की तकलीफों को सही मायने में समझते हैं और किसानों की आवाज को देश के सामने रख रहे हैं।
नुकसान का ताजा आकलन
राज्य सरकार के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक अब तक पंजाब में बाढ़ से 1,98,525 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान गुरदासपुर जिले में 40,169 हेक्टेयर और फाजिल्का में 25,182 हेक्टेयर दर्ज किया गया है। इसके अलावा पटियाला, तरनतारन, फिरोजपुर और कपूरथला में भी बड़े पैमाने पर फसल बर्बाद हुई है। विभाग के अनुसार अब तक राज्य में बाढ़ से 56 लोगों की मौत हो चुकी है।
सरकार से मांग
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी से मांग की है कि सरकार नुकसान का जल्द और पारदर्शी आंकलन कराए और एक व्यापक राहत पैकेज जारी करे। उन्होंने कहा कि यह संकट अधिक साहसिक कदमों की मांग करता है।
बाढ़ से हुए इस नुकसान के बाद, पंजाब के किसानों और आम लोगों को सरकार से बड़ी उम्मीदें हैं। अब देखना होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और बाढ़ पीड़ितों को कितनी मदद पहुंचाती है। हम इस मामले में आगे की अपडेट्स के लिए बने रहेंगे।
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