तेलंगाना में यूरिया की कमी पर भड़के केटी रामाराव, उपराष्ट्रपति चुनाव से BRS का किनारा!
नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करेंगे तेलंगाना में किसानों के सामने आई एक गंभीर समस्या और उससे जुड़ी राजनीतिक हलचल की। हाल ही में, भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष, केटी रामाराव ने तेलंगाना में यूरिया की भारी कमी को लेकर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी मंगलवार को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी।
तेलंगाना में यूरिया संकट: कृषि प्रधान तेलंगाना में, यूरिया की कमी एक गंभीर मुद्दा बन गई है। किसानों को अपनी फसलों के लिए यूरिया खरीदने के लिए लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ रहा है। इससे न केवल उनकी मेहनत पर असर पड़ रहा है, बल्कि कई जगहों पर झड़पें भी देखने को मिल रही हैं। केटी रामाराव ने इस स्थिति को सरकार की विफलता करार दिया है और कहा है कि किसानों को इस संकट से बचाने के लिए तुरंत कदम उठाए जाने चाहिए। Farmers बुरी तरह प्रभावित हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव से BRS का किनारा: केटी रामाराव ने यह भी स्पष्ट किया कि BRS उपराष्ट्रपति चुनाव में भाग नहीं लेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी इस चुनाव से दूर रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर चुनाव में ‘नोटा’ (None of the Above) का विकल्प उपलब्ध होता, तो BRS इसका उपयोग कर सकती थी। यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक फैसला है, जो दिखाता है कि BRS किसानों के मुद्दों को कितना महत्व देती है।
कांग्रेस और भाजपा पर निशाना: रामाराव ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर इस संकट को हल करने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियां किसानों के हितों की अनदेखी कर रही हैं। BRS नेता ने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को लेकर चुप नहीं रहेगी और किसानों के हक के लिए लगातार आवाज उठाएगी। यह दिखाता है कि BRS किसानों के मुद्दों को लेकर कितनी प्रतिबद्ध है।
किसानों के लिए BRS का समर्थन: BRS ने हमेशा से किसानों के मुद्दों को प्राथमिकता दी है। रामाराव ने कहा कि उनकी पार्टी किसानों की समस्याओं को राष्ट्रीय मंच पर उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से तत्काल यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की ताकि किसानों को राहत मिल सके। यह BRS की किसान हितैषी नीति को दर्शाता है। Agriculture में fertilizer की कमी एक गंभीर मुद्दा है।
Vice President election में BRS की अनुपस्थिति, Telangana में urea की कमी का मुद्दा और किसानों का समर्थन – ये सभी BRS की राजनीति का हिस्सा हैं। BRS farmers welfare के लिए प्रतिबद्ध है।
तो दोस्तों, यह थी आज की खबर। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही तेलंगाना के किसानों को इस संकट से राहत मिलेगी और यूरिया की आपूर्ति सुचारू रूप से हो पाएगी। बने रहिए हमारे साथ, ताकि आप सभी ताज़ा खबरों से अपडेट रहें! Latest news और political updates के लिए हमारे साथ बने रहें।